कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 20 अप्रैल को बिहार के बक्सर और पटना में दो चुनावी रैलियां करेंगे।
यह रैलियां उस वक्त हो रही हैं जब हाल ही में हुई यूथ यात्रा को जनता से अच्छा समर्थन मिला।
कांग्रेस अब बिहार में चुनावी अभियान को तेज करने की तैयारी में है।
17 अप्रैल को INDIA गठबंधन की पहली आधिकारिक बैठक होगी, जिसमें सीट बंटवारे पर चर्चा की जाएगी।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है।
कांग्रेस ने यूथ यात्रा के दौरान युवाओं से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाया था।
कांग्रेस नेता सुशील पासी ने कहा कि पार्टी का फोकस बिहार में संगठन को मज़बूत करने पर है।
राहुल गांधी पहले ही बेगूसराय की यात्रा कर चुके हैं।
अब पार्टी अध्यक्ष का दौरा गठबंधन की ताकत को और मज़बूत करने की दिशा में कदम माना जा रहा है।
कांग्रेस का कहना है कि सीटों की संख्या से ज्यादा अहम गठबंधन की मजबूती है।
2020 के चुनाव में कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं, जिनमें से वह 19 ही जीत सकी थी।
इस बार कांग्रेस रणनीति के तहत मजबूत सीटों पर ही ज़ोर देगी।
कांग्रेस की योजना सभी सीटों पर तैयारी करने की है।
पार्टी अन्य दलों के साथ संयुक्त चुनावी अभियान की संभावना भी तलाश रही है।
AICC पदाधिकारी सुशील पासी ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कोई टकराव नहीं होगा।
कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य भाजपा को हराने के लिए एकजुट विपक्ष बनाना है।
पार्टी नेतृत्व चाहता है कि युवाओं से जुड़े मुद्दों पर और ज़ोर दिया जाए।
गठबंधन की बैठक में साझा घोषणा पत्र और रैलियों की योजना पर भी चर्चा होगी।
कांग्रेस बिहार में राजनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश में है।
INDIA गठबंधन के लिए यह चुनावी रणनीति अहम साबित हो सकती है।



