रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले के रजरप्पा क्षेत्र में स्थित एक बंद कोयला खदान में सोमवार को भीषण आग लगने की खबर ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। खदान से उठता घना काला धुआं आसपास के कई किलोमीटर इलाके में फैल गया, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया है।
अधिकारियों के अनुसार, आग लगने की सूचना सोमवार सुबह मिली, जिसके बाद रामगढ़ जिला प्रशासन और सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड) की टीमें मौके पर पहुंचीं। फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है। आग के कारण तापमान में इजाफा हुआ है और हवा में जहरीले गैसों की मौजूदगी बढ़ने लगी है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से खदान से धुआं निकल रहा था, लेकिन सोमवार को अचानक लपटें दिखने लगीं। लोगों ने आशंका जताई है कि खदान में पहले से गैस भर चुकी थी, जिससे यह आग फैली। रजरप्पा के कई ग्रामीण इलाकों में धुआं भर गया है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की आग से कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और अन्य जहरीली गैसें वातावरण में फैलती हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हैं। प्रशासन ने फिलहाल आसपास के गांवों में सतर्कता बरतने और जरूरी होने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
कोयला खदान में लगी आग का असली कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। सीसीएल की टीम जांच में जुटी है और जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट सौंपने की बात कही गई है। जिला प्रशासन ने भी घटना की गंभीरता को देखते हुए एक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
यह घटना कोयला खनन के पर्यावरणीय खतरे और सुरक्षा प्रबंधन की कमजोरियों को उजागर करती है, जिस पर अब गंभीरता से पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है।


