तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने वकीलों के सम्मान समारोह में कहा कि राज्यपाल को सुप्रीम कोर्ट की समय सीमा उनकी जीत है।
उन्होंने कहा कि केंद्र-राज्य संबंधों पर डीएमके की जीत में पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी, अभिषेक सिंघवी, राकेश द्विवेदी और पी. विल्सन जैसे वकीलों के तर्कों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला न केवल डीएमके की जीत है, बल्कि यह राज्य के अधिकारों और संघीय ढांचे की जीत है। उन्होंने वकीलों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके तर्कों ने न्यायपालिका को यह समझने में मदद की कि राज्यपाल ने विधेयकों को रोककर संविधान का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा कि यह फैसला राज्य सरकारों के अधिकारों को मजबूत करेगा।
स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के अधिकारों के लिए लड़ती रहेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि संघीय ढांचे का सम्मान किया जाए। उन्होंने कहा कि यह फैसला केंद्र सरकार को एक स्पष्ट संदेश देता है कि उन्हें राज्यों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए और उनके मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने वकीलों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी सरकार हमेशा उनके प्रयासों की सराहना करेगी।



