नाम, रुतबा, पैसा सब झूठा, ठगी का साम्राज्य खड़ा करने वाले महाठगों की कहानी हैरान कर देगी
बीजेपी की सरकार है तो सोचा क्यों न वही चोला पहन लिया जाए और क्यों न नकली बीजेपी नेता बनकर ही लोगों को चूना लगाया जाए। उत्तर प्रदेश के एक शख्स की हकीकत जानकर हर कोई हैरान है। अनूप चौधरी जो खुद जो खुद बीजेपी नेता के रूप में बताता रहा वो एक महाठग है, लेकिन तेवर ऐसा कि कोई भी धोखा खा जाए। न कोई डर, न कोई चिंता, खुलेआम वो खुद को बीजेपी नेता बताकर करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर चुका है, जबकि असल में उसका बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं। अनूप चौधरी कितना बड़ा नटवरलाल है ये उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आया, लेकिन अनूप चौधरी की तरह ही पहले भी कई महाठग नकली बीजेपी नेता बनकर खड़ा करते रहे लाखों करोड़ों का साम्राज्य।

1. किरण पटेल: ठगी के लिए कश्मीर को चुना
पेशा कंप्यूटर इंजीनियरिंग था, लेकिन मन था ठगी का। पढ़ाई लिखाई की, लेकिन फिर सोचा कि नौकरी करके क्या होगा क्यों ना कुछ बड़ा किया जाए। फिर क्या था अहमदाबाद के किरण पटेल ने बड़ा काम यानी महाठगी का प्लान तैयार कर लिया। साल 2022 से लेकर साल 2023 तक वो बीजेपी नेता बनकर करोड़ों कमा चुका था।
पहले संघ के साथ खुद को जोड़ना शुरू किया। खुद को संघ का नेता बताया, कार्यकर्ताओं से दोस्ती साधी और फिर तैयारी कर ली नकली बीजेपी नेता बनने की। हाव-भाव, तेवर सब नेताओं वाले। राजस्थान कैडर के एक अधिकारी त्रिलोक सिंह से दोस्ती की और खुद के लिए सुरक्षा भी मुहैया करवा ली और ठगी के लिए पहुंच गए जम्मू कश्मीर। मकसद था बीजेपी नेता बनकर वहां जमीन के सौदे करवाना। गुजरात के व्यापारियों को जमीन बेचकर खुद बीच में मुनाफा कमाना।किरण पटेल ने खुद को पीएमओ अधिकारी बताकर बाकायदा कश्मीर के अधिकारियों की मीटिंग भी की और अच्छा काम न करने के लिए डांट भी लगाई। बस यहीं गलती हो गई। अधिकारियों को ज्यादा डांट लगाई तो किरण पटेल के हाव-भाव अधिकारियों को शक देने लगे। बडगाम के डीसी सैयद फखरुद्दीन हामिद को भी शक हुआ तो उन्होंने सीआईडी से इसकी जानकारी निकलवाई। छानबीन के बाद पता चला किरण पटेल नाम का कोई शख्स पीएमओ में है ही नहीं और फिर सामने आई नटवरलाल की हकीकत।




