वे यहां पहली बार आयोजित हो रहे डायरेक्टर जनरल-इंस्पेक्टर जनरल (डीजी-आईजी) सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसमें देशभर से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी भाग लेंगे।
सम्मेलन का महत्व
केंद्रीय कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने इस कार्यक्रम को ओडिशा के लिए गर्व का पल बताया।
उन्होंने कहा, “यह पहली बार है कि डीजी-आईजी सम्मेलन ओडिशा में हो रहा है। यह राज्य के प्रति केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के विश्वास को दर्शाता है।”
कार्यक्रम का विवरण
डीजी-आईजी सम्मेलन 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलेगा।
इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल होंगे।
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजी और आईजी के अलावा एनएसजी, एनआईए, एसपीजी, आईबी, सीआरपीएफ, और सीआईएसएफ जैसे सुरक्षा बलों के अधिकारी भी भाग लेंगे।
चर्चा के मुख्य मुद्दे
आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की रणनीतियां।
धार्मिक और संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा।
घुसपैठ के खतरों का समाधान।
नक्सल उग्रवाद पर नियंत्रण।
ओडिशा के विकास पर जोर
हरिचंदन ने प्रधानमंत्री की ओडिशा के विकास में रुचि पर प्रकाश डाला।
यह सम्मेलन ओडिशा को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने का अवसर बनेगा।
प्रधानमंत्री की यात्रा का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री 29 नवंबर को भुवनेश्वर पहुंचेंगे।
वे 1 दिसंबर की दोपहर तक सम्मेलन में भाग लेंगे।
इस आयोजन को ओडिशा की प्रगति के लिए एक नए अध्याय के रूप में देखा जा रहा है।
स्थानीय और राष्ट्रीय महत्व
यह सम्मेलन न केवल सुरक्षा मुद्दों पर केंद्रित है, बल्कि ओडिशा की विकास यात्रा को नई दिशा देगा।
कार्यक्रम से राज्य को राष्ट्रीय मंच पर मजबूती से स्थापित करने का अवसर मिलेगा।
उम्मीदें और संदेश
हरिचंदन ने उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन ओडिशा के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगा।


