मादक पदार्थ तस्करों का नया तरीका: पुलिस से बचने के लिए बुजुर्गों का इस्तेमाल.
मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अब पुलिस के संदेह से बचने के लिए एक नया तरीका अपना रहे हैं। वे बुजुर्ग नागरिकों का इस्तेमाल ड्रग्स को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए कर रहे हैं। तस्कर अकेले रहने वाले बुजुर्ग लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें थोड़ी सी कमीशन या शराब के बदले में आसानी से वाहक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह चिंताजनक प्रवृत्ति मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के बदलते स्वरूप को दर्शाती है।
तस्कर इन बुजुर्गों को इसलिए चुनते हैं क्योंकि आमतौर पर पुलिस उन पर आसानी से शक नहीं करती। बुजुर्गों की उम्र और उनकी कमजोर सामाजिक-आर्थिक स्थिति का फायदा उठाया जा रहा है। उन्हें छोटे-छोटे पैकेट दिए जाते हैं जिन्हें वे अनजान स्थानों तक पहुंचा देते हैं। कई मामलों में, इन बुजुर्गों को यह भी पता नहीं होता कि वे क्या ले जा रहे हैं। इस कारण से, पुलिस के लिए इन तस्करों तक पहुंचना और उन्हें पकड़ना और भी मुश्किल हो जाता है।
इस नई रणनीति के सामने आने के बाद, पुलिस और नशीली दवाओं के नियंत्रण ब्यूरो (NCB) जैसी एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। वे अब बुजुर्ग नागरिकों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही हैं और लोगों से अपील कर रही हैं कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत इसकी सूचना दें। समाज को भी इस मुद्दे पर जागरूक होने और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है ताकि उन्हें इन अपराधों में इस्तेमाल होने से बचाया जा सके।


