
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए हमले को अनुचित करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस हमले का सीधा असर भारत पर पड़ेगा, खासकर ईंधन की कीमतों, शेयर बाजार और हवाई सेवाओं पर। उन्होंने चेतावनी दी कि स्थिति और बिगड़ सकती है और इसका असर केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि जनभावनाओं पर भी पड़ेगा।
उमर अब्दुल्ला ने इज़राइल के हमले की तुलना रूस के यूक्रेन पर हमले से की। उन्होंने कहा कि अगर रूस का हमला गलत था, तो इज़राइल का हमला भी किसी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि जब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसे हमलों पर चुप रहेगा, तब तक वैश्विक शांति खतरे में रहेगी। उमर ने सवाल उठाया कि इज़राइल ने ईरान पर हमला करने का कोई ठोस कारण भी सार्वजनिक नहीं किया।
इज़राइल ने ईरान की राजधानी तेहरान में स्थित परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने इस हमले को “अपराध” बताते हुए कड़ी सजा की चेतावनी दी है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि किसी भी देश पर बिना कारण हमला करना निंदनीय है और वैश्विक नेतृत्व को ऐसे मामलों में चुप नहीं रहना चाहिए।