उत्तराखंड में फर्जी साधुओं पर कार्रवाई को ‘ऑपरेशन कालनमी’ शुरू।
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड में, जो अपने धार्मिक महत्व और आध्यात्मिक शांति के लिए जाना जाता है.
अब नकली आध्यात्मिक गुरुओं और पाखंडी साधुओं पर नकेल कसने के लिए एक विशेष अभियान ‘ऑपरेशन कालनमी’ शुरू किया गया है। यह पहल राज्य की धार्मिक पवित्रता को बनाए रखने और भोले-भाले श्रद्धालुओं को धोखाधड़ी से बचाने के उद्देश्य से की गई है।
यह अभियान पौराणिक चरित्र ‘कालनमी’ के नाम पर चलाया जा रहा है, जो अपनी जादुई शक्तियों और धूर्तता के लिए जाना जाता था। जिस तरह कालनमी ने छल-कपट का सहारा लिया था, उसी तरह ये पाखंडी साधु भी लोगों को ठगने के लिए विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपनाते हैं। वे अक्सर ज्योतिष, तंत्र-मंत्र या चमत्कारिक इलाज का दावा कर लोगों से मोटी रकम ऐंठते हैं। इस तरह की गतिविधियां न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में अंधविश्वास को भी बढ़ावा देती हैं।
उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन इस अभियान के तहत ऐसे धोखेबाजों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कर रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि धार्मिक स्थलों पर किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या शोषण न हो। उम्मीद है कि ‘ऑपरेशन कालनमी’ उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को स्वच्छ और सुरक्षित बनाएगा, जिससे वास्तविक श्रद्धालु बिना किसी डर के अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी कर सकेंगे।


