भारतीय सेना का मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर.
उरी में सैनिकों को 'मानव हथियार' में बदल रहा है.
उरी, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना ने एक अनोखा मार्शल आर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया है। यह केंद्र सैनिकों को आत्मरक्षा और युद्ध कौशल में महारत हासिल करने के लिए प्रशिक्षित कर रहा है, जिससे वे ‘मानव हथियार’ के रूप में उभर रहे हैं। यह कदम सेना की युद्धक क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
यह केंद्र 19वीं इन्फैंट्री डिवीजन द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसकी स्थापना पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन गतिरोध के बाद की गई थी। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सैनिकों को निहत्थे युद्ध (unarmed combat) में सक्षम बनाना है, जो आधुनिक युद्ध और सीमा विवादों में तेजी से महत्वपूर्ण होता जा रहा है। इस प्रशिक्षण से सैनिकों की शारीरिक और मानसिक शक्ति में भी वृद्धि हो रही है।
इस केंद्र में सैनिकों को विभिन्न प्रकार के मार्शल आर्ट्स, जैसे कि जूडो, कराटे और मार्शल आर्ट्स के पारंपरिक भारतीय रूपों का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस तरह का प्रशिक्षण उन्हें शारीरिक रूप से फिट रखने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी मजबूत बनाता है। यह प्रशिक्षण उन्हें किसी भी परिस्थिति में प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए तैयार करता है।


