तिरुमाला में परंपरा तोड़ इंजीनियर, डॉक्टर, CA ने किया रथ संचालन.
तिरुपति, आंध्र प्रदेश: तिरुपति में भगवान बालाजी के पवित्र रथोत्सव के दौरान इस बार एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिला है।
पहली बार तीन महिला पेशेवर – एक इंजीनियर, एक डॉक्टर और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) – ने मिलकर भगवान के पवित्र रथ का संचालन किया और सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ा। यह कदम लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा प्रतीक बन गया है।
ये तीनों महिलाएं उच्च शिक्षित पेशेवर हैं, जिन्होंने धर्म और परंपरा के क्षेत्र में भी अपनी समान भागीदारी सुनिश्चित की है। ये महिलाएं हैं, इंजीनियर एन नाम जो रथ का मुख्य संचालन कर रही थीं, डॉक्टर आर नाम जिन्होंने धार्मिक अनुशासन संभाला, और सीए पी नाम जिन्होंने समन्वय का कार्य किया। रथ को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी परंपरागत रूप से पुरुषों के पास होती थी, लेकिन इस बार महिलाओं को यह अवसर देकर मंदिर प्रशासन ने एक प्रगतिशील संदेश दिया है।
इस पहल को श्रद्धालुओं और महिला संगठनों ने सराहना की है। यह घटना दर्शाती है कि आधुनिकता और परंपरा एक साथ चल सकते हैं और धर्म किसी भी लिंग के प्रति भेदभाव नहीं करता। मंदिर प्रशासन ने कहा कि यह कदम महिला सम्मान और समान अवसर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है।


