डुआर्स बाढ़ राहत में शामिल कुमकी हाथी शंभू बलराम मीनाक्षी सम्मानित.
जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के बाढ़ प्रभावित डुआर्स क्षेत्र में बचाव और राहत कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए तीन कुमकी हाथियों 'शंभू', 'बलराम' और 'मीनाक्षी' को पुरस्कृत किया जाएगा।
इन हाथियों ने भयंकर बाढ़ के दौरान न सिर्फ मानव जीवन को बचाया, बल्कि वन्यजीवों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई। वन विभाग ने उनकी बहादुरी और निष्ठा को मान्यता देते हुए यह फैसला लिया है।
ये कुमकी हाथी, जो विशेष रूप से जंगली हाथियों को नियंत्रित करने और बचाव कार्यों के लिए प्रशिक्षित होते हैं, बाढ़ के पानी में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने में सबसे आगे थे। इसके अलावा, उन्होंने बाढ़ से प्रभावित अन्य जानवरों को भी जंगलों के सुरक्षित इलाकों में स्थानांतरित करने में वन कर्मियों की मदद की। उनकी मजबूत क्षमता और प्रशिक्षण ने मुश्किल हालातों में बचाव कार्य को संभव बनाया।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथियों और उनके महावतों (Mahouts) के बीच बेहतरीन तालमेल था, जिसके चलते कम समय में अधिक से अधिक लोगों को बचाया जा सका। इन हाथियों के सम्मान में एक विशेष समारोह आयोजित किया जाएगा जहाँ उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। ‘शंभू’, ‘बलराम’ और ‘मीनाक्षी’ की कहानी मानव और जानवर के बीच के अटूट बंधन को दर्शायी है और उन्होंने आपदा प्रबंधन में जानवरों के महत्व को साबित कर दिया है।



