एनआईए के बंदी प्रभू साहू पर जेल के अंदर अवैध कैंटीन चलाने और कैदियों से अत्यधिक रकम वसूलने का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता ने इसे “जेल के भीतर संगठित वसूली रैकेट” बताया है।
प्रभू साहू पर आरोप है कि वह प्याज, टमाटर और राशन की कीमतें कई गुना बढ़ाकर बेचता है। सामान्य भोजन की स्थिति इतनी खराब रखी जाती है कि कैदी कैंटीन से महंगा भोजन लेने को मजबूर हो जाते हैं। बंदियों से प्रति माह 7,000 रुपये तक की अवैध वसूली की जाती है।
शिकायत के अनुसार, जो कैदी कैंटीन से भोजन नहीं लेते, उनसे 10 से 15 हजार रुपये प्रतिमाह लिए जाते हैं ताकि वे खुद खाना बना सकें। जेल के अंदर मोबाइल फोन के प्रयोग का भी खुला आरोप है। शिकायतकर्ता ने कहा कि जेल का नियंत्रण न्यायालय के अधीन होता है, लेकिन प्रभू साहू इसे अपनी निजी संपत्ति की तरह चला रहा है। जांच की मांग बढ़ती जा रही है।


