रांची : बिरसा मुंडा जेल का वायरल वीडियो केवल एक मनोरंजक क्लिप नहीं, बल्कि जेल सुरक्षा के खोखले ढांचे को उजागर करने वाली घटना साबित हुआ है। झारखंड हाईकोर्ट ने इस मुद्दे को स्वतः संज्ञान में लेकर प्रक्रिया को तेज कर दिया है। आरोपियों के नाचते वीडियो ने पूरे तंत्र को सवालों के घेरे में ला दिया है।
अदालत ने साफ किया कि जेल के अंदर इस तरह की गतिविधियां गंभीर प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती हैं। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने डीवीआर मांगा, ताकि सत्यता की पूरी जांच हो सके। अदालत ने यह भी कहा कि वीडियो की समयरेखा और सुरक्षा में शामिल अधिकारियों की भूमिका स्पष्ट होनी चाहिए।
सरकारी अधिवक्ता ने बताया कि आईजी जेल के आदेश के बाद जेलर और जमादार को निलंबित कर दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि जिम्मेदारी तय किए बिना व्यवस्था में सुधार संभव नहीं है। अगली सुनवाई अब मंगलवार को होगी और उस दिन जेल आईजी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहेंगे।

