बिहार में सरेंडर करने वाले तीन दुर्दांत नक्सली, कभी एसपी की हत्या तो कभी जवानों को मार डाला
जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के चोरमारा स्थित सीआरपीएफ 215 बटालियन कैंप में नक्सल संगठन के तीन शीर्ष हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वालों में पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड सीमावर्ती इलाके के कुख्यात नक्सली प्रवेश दा और अरविंद यादव गिरोह के तीन प्रमुख सदस्य शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा और नागेश्वर कोड़ा ने पुलिस के समक्ष समर्पण किया है।
महिला नक्सलियों का भी आत्मसमर्पण
एसपी ने सभी गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। बालेश्वर कोड़ा संगठन का रणनीतिकार और हथियार सप्लायर है। इसके अलावा, दो महिलाओं समेत चार अन्य नक्सलियों के आत्मसमर्पण की भी खबर है। आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सलियों में पोली और श्वेता शामिल हैं। वहीं, झाझा थाना क्षेत्र के नरगंजो से नक्सली बहादुर कोड़ा और नारायण कोड़ा को गिरफ्तार किया गया है। सभी नक्सलियों को लेकर सीआरपीएफ ने जंगल में सर्च अभियान भी चलाया है।
तीन दुर्दांत नक्सलियों का सरेंडर
सरेंडर करने वाले तीनों नक्सली बेहद दुर्दांत माने जाते हैं। बालेश्वर कोड़ा और अर्जुन कोड़ा पर 50-50 हजार रुपये का इनाम था, जबकि नागेश्वर कोड़ा पर 1 लाख रुपये का इनाम था। इनके आत्मसमर्पण से लोग आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि इनका आतंक पूरे इलाके में फैला हुआ था और ये नियमित रूप से बड़े अपराध करते थे।
एसपी केसी सुरेंद्र बाबू की हत्या
पकड़े गए दुर्दांत नक्सली बालेश्वर कोड़ा ने 5 जनवरी 2005 को मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू की भीमबांध में हत्या कर दी थी। एसपी के रास्ते में लैंडमाइंस बिछाकर उनकी गाड़ी को उड़ा दिया गया था। 1 जनवरी 2008 को मुंगेर के ऋषि कुंड में 4 सैप जवानों की हत्या और हथियार लूट की घटना में भी बालेश्वर का हाथ था। जमुई के खैरा में इंस्पेक्टर कपिल राम की हत्या में भी वह शामिल था।
गोरिल्ला अटैक में 6 जवानों की हत्या
सोनो में गोरिल्ला अटैक कर 6 जवानों की हत्या की गई थी। बरहट के गुरमाहा कुमरतरी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या के बाद पूरे गांव को विस्थापित कर दिया गया था। भागलपुर के नाथनगर रेलवे स्टेशन की पटरी पर 17 फरवरी 2021 को विस्फोटक लगाकर ट्रेन उड़ाने का प्रयास किया था। 29 अगस्त 2010 को लखीसराय के कजरा में भीषण पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 7 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे, जिसमें भी इन नक्सलियों की संलिप्तता की पुष्टि हुई थी।