पिछले 17 दिनों में राज्य में कम से कम 12 पुल ढह चुके हैं। ताजा मामला सारण जिले का है, जहां 24 घंटे के भीतर ही तीन पुलों के ढहने की खबर सामने आई है।
बता दें कि बुधवार को सारण जिले में ही दो पुलों के गिरने की खबर आई थी। अब गुरुवार को एक और पुल के ढहने की सूचना मिली है। यह पुल 15 साल पुराना था और सारण को सीवान जिले से जोड़ता था। गनीमत रही कि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
लगातार हो रहे इन हादसों से बिहार के ढांचागत विकास की स्थिति पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये सभी पुल काफी पुराने हैं और उनकी मरम्मत का काम लंबे समय से लंबित है। वहीं, विशेषज्ञ इन हादसों के पीछे घटिया निर्माण सामग्री और कमजोर रखरखार को जिम्मेदार मान रहे हैं।
बिहार सरकार ने इन हादसों की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, राज्य के सभी पुराने पुलों की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया गया है। यह देखना बाकी है कि सरकार इन हादसों को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाती है।