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रूबिका के 50 टुकड़े करने वाला मुख्य आरोपी पांच महीने बाद गिरफ्तार, अब तक 12 सलाखों के पीछे

साहेबगंज: झारखंड के साहेबगंज में चर्चित रूबिका पहाड़िन हत्याकांड मामले में फरार चल रहे 12 वें आरापी को पुलिस ने 5 महीने बाद गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अभी सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साहेबगंज के पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि इस वारदात में 11 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, लेकिन लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगाने वाला सलीम अंसारी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। वह इस कांड के मास्टरमाइंड मैनुल अंसारी का दामाद है। पुलिस ने मैनुल अंसारी को वारदात के 64 दिन बाद दिल्ली के पास गिरफ्तार किया था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने में उसके दामाद सलीम अंसारी ने उसकी सहायता की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस के अनुसार, सलीम हैदराबाद भाग गया था। अभी हाल में ईद पर वह साहिबगंज आया था। उसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

शादी के डेढ़ महीने बाद आदिम पहाड़ियां जनजाति युवती की हत्या

बोरियो थाना क्षेत्र निवासी आदिम पहाड़िया जनजाति की 22 वर्षीय रूबिका की हत्या शादी के महज डेढ़ महीने बाद कर दी गई थी। हत्या का आरोप शादी रचाने वाले दिलदार अंसारी और उसके परिवार पर लगा था। बेहद क्रूरता के साथ उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए थे। मामला तब सामने आया 17 दिसंबर, 2022 को बोरियो में निमार्णाधीन आंगनबाड़ी के पास से एक महिला का पैर बरामद किया गया था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मानव शरीर के 18 टुकड़े मिले। जहां-तहां फेंके गए उसके शव के टुकड़े कुत्ते खा रहे थे। वारदात सामने आते ही पुलिस ने दिलदार अंसारी, उसके पिता मो. मुस्तकिम अंसारी, मां मरियम खातून, पहली पत्नी गुलेरा अंसारी, भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

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