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मेयर के खिलाफ वार्ड पार्षदों के तेवर कड़े, जानिए क्या है पूरा मामला

नगर निगम के चुनाव के पांच माह पूरा भी नहीं हुए कि मेयर और वार्ड पार्षदों के बीच खट्टास की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अगर नगर आयुक्त और मेयर समय रहते वार्ड पार्षदों की बातों/आपत्ति नहीं सुने तो मामला बिगड़ सकता है। ऐसा होने पर निगम हित में अच्छा नहीं होगा। दरअसल, वार्ड पार्षदों का दावा है कि मेयर रौनक जहां परवेज मनमानी करने लगी है। वह नियम विरूद्ध कार्य करना शुरू कर दी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पार्षदों के कड़े तेवर से हंगामा के आसार

मेयर की कथित मनमानी से 46 में से 26 वार्ड पार्षद खफा है। इन पार्षदों के कड़े तेवर से निगम में हंगामें के आसार है। जिला मुख्यालय, डुमरा स्थित चित्रगुप्त मंदिर पर शुक्रवार को नाराज वार्ड पार्षदों की बैठक हुई। मौके पर पार्षदों का कहना था कि मेयर के स्तर से नल जल योजना और सीसीटीवी कैमरा लगाने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इसके अलावा अन्य कई योजनाओं को कराने के लिए हरी झंडी दे दी गई है, जो अनुचित है। जानकारों का मानना है कि पार्षदों की नाराजगी को दूर नहीं किया गया, तो निगम की होने वाली आगामी बैठक में हंगामें की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

स्वीकृति से पहले बैठक जरूरी

नाराज पार्षदों का कहना है कि उक्त योजनाओं/कार्यों की स्वीकृति देने से पहले समन्वय समिति की बैठक होनी चाहिए थी। उक्त बैठक में निर्णय के बाद कार्यों को हरी झंडी देने का प्रावधान है, लेकिन मेयर द्वारा ऐसा नहीं कर सीधे मनमाने तरीके से हर घर नल जल योजना, सीसीटीवी समेत अन्य कार्यों की स्वीकृति दे दी गई है। पार्षदों ने बैठक के पूर्व योजनाओं की दी गई स्वीकृति को स्थगित करने का आग्रह किया है।

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