World

आंधी-बारिश के बाद गर्मी से मिली थोड़ी राहत, जानिए अगले पांच दिनों में कैसा रहेगा मौसम

बिहार के विभिन्न जिलों में 17 से 20 मई तक तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर वज्रपात की भी आशंका जताई गई है। इसके बाद राज्यभर के विभिन्न जिलों में अधिकमत तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है। बताया गया है कि उत्तर बिहार के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी, जबकि दक्षिण बिहार में भी तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी की संभावना है।

17 से 20 मई तक विभिन्न हिस्सों में बारिश की संभावना

मौसम विभाग की ओर से बुधवार को पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, सुपौल, अररिया और किशनगंज सहित आसपास के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई गई है। गुरुवार 18 मई को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं 19 मई को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में बारिश का अनुमान है। इसके अलावा दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया और नवादा में भी बारिश की उम्मीद है। 20 मई को मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में बारिश की संभावना जताई गई है।

शेखपुरा में सबसे अधिक 42.8 डिग्री अधिकतम तापमान

राज्य में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस शेखपुरा में रिकॉर्ड किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री, गया का 42.4, औरंगाबाद का 42.7, नालंदा का 40.8 और नवादा का 42.7 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि बेगूसराय का अधिकतम तापमान 36.4, जमुई का 41.5, बांका का 41.3, कटिहार का 34.9 और मुजफ्फरपुर का 35 रहा। वहीं वैशाली का 38.5 डिग्री, मोतिहारी का 40.2 डिग्री और पूर्णिया का 36.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग की ओर से किसानों को दी गई सलाह

मौसम में आए बदलाव को लेकर मौसम विभाग की ओर से किसानों के लिए आवश्यक परामर्श जारी जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि 17 से 20 मई के दौरान अनेक जगहों में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश की संभावना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। किसानों को सलाह दी गई है कि यदि फसल पक चुकी है तो उसकी कटाई कर ले और कटे हुए फसल को पानी से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर भंडारण की व्यवस्था करें। वहीं बारिश की संभावना होने पर अपने पशु को बाहर निकालने से बचे, आसमान साफ रहने पर ही पशु को बाहर निकाले। इसके अलावा बारिश के दौरान बिजली चमकने पर पक्के घरों में शरण लेने की सलाह दी गई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button