मरे हुए दोस्त की बेटी का वह नोचता रहा जिस्म, दिल्ली को यह क्या हो गया
उस बच्ची को अब जीवनभर ‘अंकल’ शब्द डराएगा। जिसे वह अपने पिता तुल्य मानती थी, भरोसा करती थी, उसी ने ऐसा घिनौना काम किया कि चाचा-भतीजी का रिश्ता शर्मसार हो गया। उसे पैनिक अटैक आने लगे। ये कहानी आपका रिश्तों से भरोसा उठा देगी। बच्ची के पिता इस दुनिया में नहीं हैं, पर जहां भी होंगे उनकी आत्मा आज खुद को कचोट रही होगी। ऐसे शैतान से उन्होंने कैसे दोस्ती कर ली? दोस्त की मौत के बाद संभव होता तो वह परिवार की मदद करता लेकिन उसने तो हालात का फायदा उठाया। वो भी उससे जो उसकी बेटी जैसी थी। वह कई महीनों तक बच्ची की आत्मा को नोचता रहा। यह दास्तां पढ़ते हुए आपका सिर शर्म से झुक जाएगा, गुस्सा भी आएगा। नैतिकता खत्म सी हो गई है। वह दिल्ली सरकार में अफसर भले ही हो, पर हरकत उसने जानवरों से भी बदतर की है। उसकी पत्नी को भी शर्म नहीं आई।
दरिंदगी में उसने भी पति का ही साथ दिया। हमारे समाज में कई उदाहरण मिलते हैं जब पति की घिनौनी हरकत के खिलाफ पत्नी ने खुद कदम उठाया हो। यहां तो डेप्युटी डायरेक्टर प्रेमोदय खाखा की पत्नी ने ही नाबालिग का जबरन अबॉर्शन करवा दिया। महिला एवं बाल विकास विभाग के आरोपी अफसर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। उसे सस्पेंड कर दिया गया है लेकिन उस बच्ची पर क्या बीत रही होगी, कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
अबॉर्शन की दवा से बिगड़ी तबीयत!

16 साल की छात्रा 12वीं में पढ़ती है। उसके साथ हुई हैवानियत दिल्लीवालों को तब पता चली जब 7 अगस्त को नाबालिग की तबीयत खराब हुई। अस्पताल ले जाने पर पीड़िता का दर्द आंसू बनकर छलक पड़ा। उसने डॉक्टर को पूरी घटना बताई। बुराड़ी थाना पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया और रेप, पॉक्सो, जबरन अबॉर्शन, जान से मारने की धमकी, मारपीट का मामला दर्ज कर लिया। बच्ची बुरी तरह से सदमे में है। उसका परिवार यमुना पार इलाके में रहता है। उसके माता-पिता दोनों दिल्ली सरकार के स्कूल में प्रिंसिपल थे। परिवार झारखंड का रहने वाला है।



