World

चीरहरण तुम्हारा नहीं, देश की आत्मा का है, मणिपुर की बेटियों हम शर्मिंदा हैं

भरोसा नहीं हो रहा है कि हम 21वीं सदी में हैं। चांद पर सैटलाइट पहुंचा चुके हैं। मंगल को जीत चुके हैं। आज आंखें शर्म से झुकी हुई हैं। सिर उठाने लायक हिम्मत नहीं बची है। जिस देश में नारी को भगवान का दर्जा दिया गया हो, उसके साथ ये हादसा विचलित कर रहा है। आखिर किसी की इंसानियत भला इतना नीचे कैसे गिर सकती है। पूरी मानवता जार-जार हो रही है। बाजू फड़क रही है। अरे ओ वहशी भीड़, तुम्हें ऐसा करने की हिम्मत कहां से आई? इस हरकत की सजा क्या हो बस ये तय हो। इंसानियत के ऐसे दुश्मनों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।


यत्र नारी पूज्यंते रमंते तत्र देवता

भारत में इस श्लोक की खूब चर्चा होती है। तो मणिपुर में जो दो बहनों के साथ हादसा हुआ। उसके लिए क्या करें? हम बेबस से क्यूं हैं। हमने दो नारियों का अपमान किया है। हम खुद को क्या कहें? देश की सर्वोच्च संस्था संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। क्यों न सत्ता पक्ष-विपक्ष मिलकर इस घटना पर एक स्वर में बोले। अरे सीधे कोई फैसला ले लें। पिछले तीन महीने से मणिपुर जल रहा है। महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के वीडियो ने आंखें झुका दी हैं। क्या यही नारी की पूजा है। इसे देख साफ-साफ कह रहा हूं। हम राक्षस हैं राक्षस।

अरे हैवानों, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई एक महिला की इज्जत को तार-तार करने की। कुकी-मैतई किसी भी समुदाय की हो ये महिला। क्या तुम्हारे हाथ ने दुशासन वाली हरकत करने से पहले एकबार भी नहीं सोचा? धरती पर मौजूद कोई भी सजा तुम्हारे लिए कम है। अरे कितनी भी दुश्मनी हो। कहीं युद्ध भी होता है तो महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को बख्श दिया जाता है। पर अरे ओ हैवानों तीन महिलाओं के साथ ऐसा करते वक्त तुम्हारे हाथ नहीं कांपे?


4 मई का वीडियो, अब मचा है शोर

पिछले तीन महीने से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। हर रोज शोर मच रहा था। अबतक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार की चुप्पी भी चौंकाने वाली है। क्या महिलाओं की अस्मत पर भी राजनीति होगी? देश के नेताओं से भी आज एकजुट होकर इस घटना की निंदा की उम्मीद तो की ही जा सकती है। यहां तो धर्म और जाति की कोई बात ही नहीं है। यहां तो बस एक ही जाति है महिला। क्या महिलाओं के साथ किसी सभ्य देश में ऐसी घटना की कल्पना की जा सकती है? क्या हम आदम युग में जी रहे हैं। 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने की बात हो रही है। क्या महिलाओं के साथ ऐसी हरकत करके आप आगे बढ़ेंगे। शर्म की बात तो ये है कि ये वीडियो 4 मई का है। जब सोशल मीडिया पर यह वायरल हुआ तो सरकार के कानों में जूं रेंगती है। इस घटना का मुख्य आरोपी खुयरूम हेरादस को थाउबल से गिरफ्तार किया जाता है। उसपर अब गैंगरेप समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया जाता है। अरे थू है ऐसी कानून-व्यवस्था पर! क्या दो महीने से मणिपुर प्रशासन सो रहा था? क्या हर बार ऐक्शन लेने के लिए सोशल मीडिया पर ऐसे ही उबाल लाना होगा।

जांच का भरोसा से क्या मिलेगा सीएम साहब?

क्या केवल वीडियो की आलोचना करने भर से सरकार का काम चल जाएगा? क्या सीएम एन बीरेन सिंह का जांच का भरोसा देने से भरोसा बहान हो जाएगा। क्या उन मां-बहनों की इज्जत ऐसा करने से मिल जाएगी? एक नारी के अपमान पर ही महाभारत का युद्ध तक हुआ था। हे देश के नीति नियंताओं कृपया राजनीति को दूर रखो। कुछ करो। धृतराष्ट्र मत बनो। वरना सब खत्म हो जाएगा। किसी भी सभ्य देश में ऐसी हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। महिलाओं का अपमान करने वाले आरोपियों के जघन्य अपराध को देखते हुए उन्हें तुरंत सजा मिलनी चाहिए। तभी कानून पर लोगों का भरोसा जागेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button