आदमखोर तेंदुआ एक महीने के बाद भी पकड़ से दूर, 4 लोगों की जान ले चुका, अब मरना तय

दक्षिण वन प्रमंडल के सुदूरवर्ती गांव में 27 दिनों से आतंक का पर्याय बने आदमखोर तेंदुए को मारने की अनुमति मांगी गई है. तेंदुए को मारने से संबंधित प्रस्ताव पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ को भेजा गया है.
दक्षिण वन प्रमंडल के सुदूरवर्ती गांव में आदमखोर तेंदुए को पिछले 27 दिनों से मारने की अनुमति मांगी जा रही है. इसकी पुष्टि डीएफओ शशि कुमार ने इस संबंध में हिंदुस्तान में मंगलवार को उसके साथ ही प्रकाशित खबर पर भी मुहर लगी. प्रस्ताव के साथ अनुमति मिलने के बाद तेंदुए को मारने की कार्रवाई की जाएगी.
तेंदुए को पकड़ने की अनुमति 28 दिसंबर को दी गई थी
तेंदुए को पकड़ने की अनुमति 28 दिसंबर को दी गई थी. अब तक उसे मारने की अनुमति नहीं मिली है. तेंदुए को मारने की अनुमति मिलने के साथ ही आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा. वर्तमान हैदराबाद के मशहूर शूटर नवाब सैफ अली खान ने पकड़ने के लिए नेतृत्व में टीम कैंप कर रही है. डीएफओ ने बताया की सोमवार रात 9:00 शूटर ने सैफ अली ने बैरिया में तेंदुआ को देखा था. और मंगलवार सुबह पगमार्क की जांच क्षेत्र में तेंदुआ होने की पुष्टि हुई है. 5 जनवरी की रात 8:00 बजे उन्होंने तेंदुए को पहली बार देखा था. दूरी होने के कारण उसे ट्रेकिवलाइज करने की कार्रवाई नहीं की जा सकी थी.



