कांग्रेस और वामपंथी संगठनों ने इस नियुक्ति का कड़ा विरोध किया है।
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पोस्ट कर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“एक प्रोफेसर, जो गोडसे को देश का उद्धारक मानती हैं, उन्हें एनआईटी-कालिकट का डीन बना दिया गया।”
“पूर्व कोलकाता हाईकोर्ट जज, जो गांधी और गोडसे में फर्क नहीं कर सके, अब बीजेपी सांसद हैं।”
प्रोफेसर शाइजा ने पिछले साल गोडसे के समर्थन में पोस्ट किया था, जिस पर DYFI, SFI और यूथ कांग्रेस ने शिकायत दर्ज कराई थी।
केरल पुलिस ने फरवरी 2023 में उनसे पूछताछ की और बाद में कुन्नमंगलम कोर्ट से उन्हें अग्रिम जमानत मिल गई।
वामपंथी संगठनों का विरोध प्रदर्शन
CPI(M) की युवा शाखा DYFI ने एनआईटी-कालिकट तक मार्च निकालने की घोषणा की है।
विपक्षी दलों ने मोदी सरकार से इस नियुक्ति को तुरंत रद्द करने की मांग की है।
एनआईटी प्रशासन का आदेश
प्रोफेसर शाइजा को डॉ. प्रिया चंद्रन के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह नियुक्ति फिलहाल दो साल के लिए की गई है।


