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सिंघु बॉर्डर पर वाहनों की एंट्री बंद, अब कैसे पहुंचे हरियाणा और पंजाब? ट्रैफिक एडवाइजरी पढ़िए

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर पुलिस ने सिंघु और टिकरी सीमाओं पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। जिससे बुधवार को दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ। हरियाणा से सटी सिंघु और टिकरी सीमाएं यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं जबकि गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की पहरेदारी के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू है। इस बीच दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओ से एक नई एडवाइजरी जारी की गई है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपनी नई एडवाइजरी में कहा है कि NH-44 पर सिंघु बॉर्डर ट्रैफिक के लिए सुलभ नहीं है। ऐसे में लोगों को सलाह दी जाती है कि नई एडवाइजरी का पालन करें।

एनएच-44 पर स्थित सिंघु बॉर्डर ट्रैफिक के लिए बंद है। इन वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें

  • हरियाणा, पंजाब और हिमाचल जाने के लिए अंतरराज्यीय बसों और वाणिज्यिक ट्रकों को सिग्नेचर ब्रिज से खजूरी चौक वाया लोनी बॉर्डर से ईस्टर्न पेरिफेरल रोड की ओर जाने के लिए मजनू का टीला में आउटर रिंग रोड पर डायवर्जन लेना होगा।
  • आजादपुर मंडी से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर जाने वाले ट्रकों को आजादपुर मंडी से डायवर्जन लेना चाहिए, सर्विस रोड लेकर बाहरी रिंग रोड, हैदरपुर वाटर प्लांट की ओर जाना चाहिए और रोहिणी जेल रोड सेक्टर-18 से बादली मेट्रो स्टेशन होते हुए संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर जाना चाहिए।
  • डीटीसी बसों, कार और चार पहिया वाहनों को अलग निर्देश का ध्यान देना होगा। इन वाहनों को मुकरबा चौक से NH-44 की ओर नरेला और सफियाबाद सीमा की ओर जाने के लिए DSIIDC कट पर NH-44 पर निकास संख्या 2 लेना होगा।

कल रेल की पटरियों पर बैठेंगे किसान

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) ने कहा है कि प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की कार्रवाई के विरोध में किसान पंजाब में गुरुवार को 7 स्थानों पर रेल की पटरियों पर बैठेंगे। बीकेयू (एकता उग्राहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उग्राहां ने कहा कि उनका प्रदर्शन दोपहर दो से शाम चार बजे तक होगा। उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रदर्शकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने और पानी की बौछारों का इस्तेमाल करने के विरोध में उक्त फैसला किया गया है।

प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं किसान?

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। बीकेयू (एकता उग्राहां) ‘दिल्ली चलो’ आह्वान का हिस्सा नहीं है, लेकिन वह संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल है। उग्राहां ने कहा कि वह सीमाओं को सील करके किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के खिलाफ हैं। किसानों की मंगलवार को हरियाणा पुलिस से दोनों राज्यों की सीमा पर दो स्थानों पर झड़प हो गई थी जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे थे और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया था। किसान दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे थे।

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