पहले माना जाता था कि साइकी एक प्रोटोप्लानेट के कोर का अवशेष है, लेकिन नए खोजे गए जल के संकेत इस सिद्धांत को चुनौती दे रहे हैं।
साइकी पर पानी की उपस्थिति का मतलब यह हो सकता है कि यह क्षुद्रग्रह एक प्रोटोप्लानेट के कोर के बजाय किसी अन्य प्रकार की वस्तु हो सकती है। यह खोज हमारे सौर मंडल के निर्माण और विकास के बारे में हमारी समझ को बदल सकती है।
वैज्ञानिक अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि साइकी पर पाया गया पानी कहां से आया है। यह पानी क्षुद्रग्रह की सतह पर किसी प्रभाव के कारण आया हो सकता है या यह क्षुद्रग्रह के अंदर से आ सकता है। इस सवाल का जवाब पाने के लिए वैज्ञानिकों को और अधिक अध्ययन करने की जरूरत है।



