कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा में अब कक्षा 9 से 11 तक के अंक भी शामिल होंगे: एनसीईआरटी रिपोर्ट
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बदलाव का प्रस्ताव किया है, जिसमें कक्षा 9 से 11 तक के अंकों को शामिल करना और व्यावसायिक और कौशल-आधारित शिक्षा पर जोर देना शामिल है।
नया मूल्यांकन मॉडल भारत भर में बोर्ड मूल्यांकन को मानकीकृत करने और समग्र शिक्षा को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखता है।
एनसीईआरटी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्तावित बदलाव का उद्देश्य छात्रों की सीखने की यात्रा का व्यापक मूल्यांकन करना और केवल अंतिम परीक्षा के परिणाम पर निर्भरता को कम करना है। यह छात्रों को उनके सीखने के प्रगति को ट्रैक करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में सक्षम बनाएगा।
नए मॉडल में कक्षा 9 से 11 तक के अंकों को शामिल करने से छात्रों को अपने सीखने के प्रति अधिक जिम्मेदार बनने और अपने प्रदर्शन को सुधारने के लिए प्रोत्साहित करने की उम्मीद है। यह कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा के दबाव को भी कम करने में मदद करेगा, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
एनसीईआरटी ने यह भी प्रस्ताव किया है कि बोर्ड परीक्षाओं में व्यावसायिक और कौशल-आधारित शिक्षा को अधिक महत्व दिया जाए। यह छात्रों को वास्तविक दुनिया के अनुभवों के साथ अपने सीखने को जोड़ने और रोजगार के बाजार में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करेगा।
कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाओं में इन महत्वपूर्ण बदलावों से छात्रों के समग्र विकास और भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है। यह छात्रों को उनके सीखने के प्रति अधिक जिम्मेदार बनने और उनके भविष्य के लिए बेहतर तैयार करने में मदद करेगा।


