यह घटना पर्यावरणविदों और पशु प्रेमियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। हाथियों की मौत के कारणों की अभी तक पूरी तरह से जांच नहीं हो पाई है, लेकिन संभावना है कि बिजली के झटके, जहर या शिकार के कारण उनकी मौत हुई हो।
NGT ने राज्य सरकार और वन विभाग को इस मामले में कार्रवाई करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। NGT ने यह भी कहा है कि हाथियों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
यह मामला एक बार फिर हाथियों के संरक्षण की ओर ध्यान दिलाता है। हाथी हमारे देश के वन्य जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनकी सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।


