बचाव कार्य में चुनौती, 30-40 फीट ऊंचे मलबे में तलाश.
उत्तरकाशी, उत्तराखंड: उत्तराखंड में आई हालिया आपदा के बाद.
राहत और बचाव दल को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। खोजी कुत्तों और भारी मशीनरी के बावजूद, बचाव अभियान एक बहुत मुश्किल काम साबित हो रहा है। मलबे के विशाल ढेर और क्षेत्र की दुर्गमता के कारण फंसे हुए लोगों तक पहुंचना लगभग असंभव हो गया है।
कुछ जगहों पर, मलबा 30 से 40 फीट की ऊंचाई तक जमा हो गया है, जिससे बचाव दल को काम करने में भारी परेशानी हो रही है। यह मलबा न केवल बचाव कार्यों में बाधा डाल रहा है, बल्कि लापता लोगों की तलाश को भी बेहद मुश्किल बना रहा है। सेना, NDRF और SDRF की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं, लेकिन मलबे के कारण उन्हें बहुत धीमी गति से आगे बढ़ना पड़ रहा है।
इस आपदा ने पूरे क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस विनाशकारी मंजर को देखते हुए, यह उम्मीद करना मुश्किल है कि मलबे में दबे हुए लोग जीवित बच पाए होंगे। फिर भी, बचाव दल किसी भी चमत्कार की उम्मीद में अपनी पूरी ताकत से लगे हुए हैं। यह आपदा एक बार फिर से पहाड़ी इलाकों में निर्माण और विकास पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता पर बल देती है।



