इस कोटे के तहत, हर कोर्स में दो अतिरिक्त सीटें आवंटित की जाएंगी। यह कदम उन छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है जिन्होंने कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इस कोटे के माध्यम से, संस्थान का लक्ष्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रचनात्मकता और नवीनता को बढ़ावा देना है। आईआईटी मद्रास का मानना है कि कला और संस्कृति का ज्ञान विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है। इससे छात्रों को अपनी रुचियों और प्रतिभाओं के अनुसार विषयों का चयन करने का मौका मिलेगा।