यहां के हर घर की दीवारें, दरवाजे और छतें पट्टचित्रों से सजाई हुई हैं। पटचित्र ओडिशा की एक पारंपरिक चित्रकला है जिसमें देवी-देवताओं और पौराणिक कहानियों को चित्रित किया जाता है।
ईटीवी भारत के शक्ति प्रसाद मिश्रा ने रघुराजपुर गांव का दौरा किया और वहां के कलाकारों को पटचित्र बनाते हुए देखा। उन्होंने बताया कि कैसे इस गांव के हर घर में कला का माहौल है और हर व्यक्ति एक कलाकार है।
रघुराजपुर गांव में पटचित्र कला की शुरुआत कैसे हुई, इस बारे में कई किवदंतियां हैं। लेकिन यह तथ्य है कि यह कला पीढ़ी दर पीढ़ी यहां के लोगों में चलती आ रही है। आज भी इस गांव में हर घर में कम से कम एक व्यक्ति पटचित्र बनाना जानता है।
सरल भाषा में:
ओडिशा में एक गांव है जिसका नाम रघुराजपुर है। इस गांव के सभी लोग चित्रकारी करते हैं। वे बहुत ही खूबसूरत चित्र बनाते हैं जिन्हें पटचित्र कहते हैं। इन चित्रों में देवी-देवताओं और पुरानी कहानियों को दिखाया जाता है। इस गांव में हर घर की दीवारें इन चित्रों से सजी हुई हैं।



