श्रीनगर: 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू और कश्मीर सरकार ने एक नई औद्योगिक और भूमि आवंटन नीति का अनावरण किया, जिसके बाद उसे निवेशकों से 2,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए।
हालांकि, यह नीति केवल चार गैर-स्थानीय निवेशकों को आकर्षित कर सकी, जिन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में उद्योग स्थापित करने में रुचि दिखाई, जबकि बाकी स्थानीय निवेशक थे।
गैर-स्थानीय निवेशकों से ठंडी प्रतिक्रिया उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रशासन द्वारा 2021 में श्रीनगर में एक प्रमुख वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन और संयुक्त अरब अमीरात से एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी के बावजूद आई है।
जम्मू और कश्मीर उद्योग और वाणिज्य विभाग के लघु उद्योग विकास निगम लिमिटेड (एसआईसीओपी) और राज्य औद्योगिक विकास निगम (एसआईडीसीओ) में आधिकारिक डेटा और सूत्रों के अनुसार, संभावित निवेशकों के 2,500 आवेदनों को संभागीय स्तर की मूल्यांकन समिति द्वारा मंजूरी दी गई।
सूत्रों ने कहा कि एसआईसीओपी ने कश्मीर में निवेशकों को 821 आवंटन किए, जिनमें से केवल एक गैर-स्थानीय था। इन आवंटनों में विभिन्न औद्योगिक संपदाओं में 1,710 कनाल भूमि और 3,254 करोड़ रुपये का प्रस्तावित निवेश शामिल था। हालांकि, इनमें से केवल 452 ने भूमि के लिए प्रीमियम दाखिल किया, जबकि 325 कंपनियों का आवंटन रद्द कर दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि एसआईडीसीओ को निवेश के लिए 200 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से केवल तीन गैर-स्थानीय थे जिन्हें घाटी में भूमि आवंटित की गई। उनमें से एक ड्राई क्लीनिंग फैक्ट्री है, जिसमें 1.99 करोड़ रुपये का निवेश है। फर्म को श्रीनगर के बाहरी इलाके में सेम्पोर में 4 कनाल भूमि आवंटित की गई है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर जम्मू और कश्मीर में बाहरी निवेशकों को आकर्षित करने में सरकार के प्रयासों की सफलता पर सवाल उठाती है। यह खबर हमें यह भी बताती है कि निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने में अभी भी चुनौतियां हैं।
मुख्य बातें:
- सरकार को 2,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, लेकिन केवल 4 गैर-स्थानीय निवेशक आकर्षित हुए।
- 2021 में ग्लोबल बिजनेस समिट और यूएई प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी के बावजूद ठंडी प्रतिक्रिया।
- एसआईसीओपी ने कश्मीर में 821 आवंटन किए, जिनमें से केवल एक गैर-स्थानीय था।
- एसआईडीसीओ को 200 आवेदन मिले, जिनमें से केवल 3 गैर-स्थानीय थे।
- गैर-स्थानीय निवेशकों में से एक ड्राई क्लीनिंग फैक्ट्री है।
यह खबर हमें क्या बताती है?
यह खबर हमें बताती है कि जम्मू और कश्मीर में बाहरी निवेशकों को आकर्षित करना सरकार के लिए एक चुनौती है। यह खबर हमें यह भी बताती है कि निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है।
हमें क्या करना चाहिए?
- सरकार को निवेशकों के विश्वास को बढ़ाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
- सरकार को निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए।
- सरकार को निवेशकों को प्रोत्साहन देना चाहिए।
- सरकार को निवेश की प्रक्रिया को सरल बनाना चाहिए।


