बताया गया कि मुस्लिम समुदाय की पवित्र पुस्तक जलाए जाने की अफवाह के कारण हिंसा भड़क गई, जिसमें छह लोग और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए महल इलाके में सघन तलाशी अभियान के दौरान 15 लोगों को गिरफ्तार किया। इस दौरान डीसीपी निकेतन कदम गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए।
हिंसा को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चिटनिस पार्क और महल इलाके में आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा हिंसा का प्रभाव कोतवाली और गणेशपेठ क्षेत्रों तक फैल गया।
घटना की शुरुआत दोपहर के समय हुई, जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया।
पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान पवित्र कुरान जलाए जाने की अफवाह फैल गई। सोशल मीडिया पर बजरंग दल के प्रदर्शन के वीडियो वायरल होने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया।
शाम के समय गणेशपेठ पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें कुरान जलाने का आरोप लगाया गया।
इसके बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग महल, कोतवाली, गणेशपेठ और चिटनिस पार्क क्षेत्रों में एकत्रित हो गए। स्थिति को भांपते हुए पुलिस ने गश्त बढ़ा दी और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया।



