कनाडा में चुनावी घमासान, पीएम मार्क कार्नी बोले- ‘ट्रंप की धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे’.
टोरंटो: कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और उनके कंजर्वेटिव प्रतिद्वंद्वी ने चुनावी अभियान की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कनाडा की संप्रभुता का सम्मान करने की चेतावनी दी है।
प्रधानमंत्री कार्नी ने 28 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए पांच सप्ताह का अभियान शुरू किया। उन्होंने कहा, “हम अपने जीवन के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं, जो ट्रंप के अनुचित व्यापारिक कदमों और हमारी संप्रभुता के प्रति उनकी धमकियों के कारण है।”
कार्नी ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वे कनाडा को ‘असली देश’ नहीं मानते और अमेरिका के 51वें राज्य के रूप में कब्जा जमाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “वे हमारे संसाधन चाहते हैं, हमारी जमीन, हमारा पानी और हमारा देश हड़पना चाहते हैं। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।”
ट्रंप के इन बयानों के बाद कनाडा में राष्ट्रवाद की लहर तेज हो गई है, जिससे लिबरल पार्टी को समर्थन में बढ़ोतरी मिली है।
न्यूफाउंडलैंड में एक रैली में कार्नी ने कहा, “ट्रंप हमें तोड़कर अमेरिका का हिस्सा बनाना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
चुनावी प्रक्रिया के तहत हाउस ऑफ कॉमन्स की 343 सीटों के लिए चुनाव अभियान 37 दिनों तक चलेगा।
भले ही कई पार्टियां चुनाव में हिस्सा ले रही हैं, लेकिन लिबरल और कंजर्वेटिव पार्टियां ही मुख्य मुकाबले में हैं।
प्रधानमंत्री बनने के लिए किसी भी पार्टी को संसद में बहुमत हासिल करना होगा या अन्य पार्टी के समर्थन से सरकार बनानी होगी।
मार्क कार्नी ने इस साल जनवरी में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले जस्टिन ट्रूडो का स्थान लिया है, जो लिबरल पार्टी के नेतृत्व की दौड़ के बाद नए पीएम बने हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनावी अभियान को महंगाई, आवास संकट और ट्रूडो की गिरती लोकप्रियता पर केंद्रित करने की योजना बनाई थी।
हालांकि ट्रंप के कनाडा विरोधी बयानों के बाद चुनावी मुद्दा अब ट्रंप से निपटने पर केंद्रित हो गया है।
कार्नी ने कहा, “कनाडा के लोग हमेशा तैयार रहते हैं जब कोई उनके खिलाफ आक्रामकता दिखाता है। इस व्यापार युद्ध में, बिल्कुल हॉकी की तरह, हम जीतेंगे।”
ट्रंप ने कनाडा के स्टील और एल्युमिनियम पर 25% टैरिफ लगाया है और 2 अप्रैल से कनाडा समेत सभी व्यापारिक साझेदारों के उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने की धमकी दी है।


