झारखंड की राजनीति में एक नई दिशा की शुरुआत करते हुए हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “आज जब मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष पद का दायित्व संभाल रहा हूं, तो मेरे मन में अनेक भावनाएं उमड़ रही हैं। यह मेरे लिए गर्व और संकल्प का क्षण है।”
हेमंत सोरेन की यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब राज्य की राजनीति कई मोर्चों पर चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनके अध्यक्ष बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और इसे पार्टी की एकजुटता और स्थायित्व की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।
इस मौके पर हेमंत सोरेन ने अपने पिता और झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि “बाबूजी ने जो आंदोलन शुरू किया, आज मैं उसे आगे ले जाने की जिम्मेदारी उठा रहा हूं। उनके सपनों का झारखंड बनाना ही मेरा लक्ष्य है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हेमंत सोरेन के अध्यक्ष बनने से झामुमो को संगठनात्मक स्तर पर नई ऊर्जा मिलेगी। खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए यह कदम पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम साबित हो सकता है।
दूसरी ओर, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है। झारखंड के कई जिलों में जश्न का माहौल देखा गया, जहाँ पार्टी समर्थकों ने मिठाइयाँ बाँटी और ढोल-नगाड़ों के साथ खुशी जाहिर की।
हेमंत सोरेन ने अपने संदेश में यह भी कहा कि वे झारखंड के युवाओं, आदिवासियों और वंचित वर्गों की आवाज़ को मजबूती से उठाते रहेंगे और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।



