नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को नकली प्रश्न पत्र बेचकर ठगने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने प्रत्येक उम्मीदवार से नकली प्रश्न पत्र के लिए 35 लाख रुपये तक वसूले थे। यह गिरोह विभिन्न सरकारी और प्रतियोगी परीक्षाओं के नकली प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को अपना शिकार बनाता था।
आरोपियों की पहचान विकास कुमार, रवि कुमार और संजीव कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में नकली प्रश्न पत्र, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी बरामद की है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने अब तक कई उम्मीदवारों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और क्या उनके संबंध किसी परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था से भी हैं।
पुलिस ने नौकरी के इच्छुक युवाओं से अपील की है कि वे ऐसे धोखेबाजों से सावधान रहें जो आसान नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठते हैं। किसी भी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक नहीं होते हैं और उम्मीदवारों को अपनी मेहनत और तैयारी पर भरोसा रखना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति या संस्था परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र देने का दावा करती है, तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें।


