मालेगांव विस्फोट मामले में विशेष एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) अदालत 31 जुलाई को अपना फैसला सुना सकती है।
इससे पहले, 19 अप्रैल को अदालत ने इस मामले में फैसला 8 मई के लिए सुरक्षित रख लिया था। हालांकि, विशेष न्यायाधीश ए.के. लाहोटी ने मामले को अगली तारीख के लिए अलग रख दिया था।
यह मामला 29 सितंबर, 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम विस्फोटों से संबंधित है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। इस मामले में कई लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें कुछ प्रमुख नाम भी शामिल हैं। यह मामला पिछले कई वर्षों से अदालत में चल रहा है और अब पीड़ितों और आरोपियों दोनों को फैसले का इंतजार है।
विशेष एनआईए अदालत में इस मामले की सुनवाई अंतिम चरण में है। सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत अब अपना निर्णय सुनाने के लिए तैयार है। 31 जुलाई को आने वाला यह फैसला इस संवेदनशील और पुराने मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।



