लखनऊ का रिफाह-ए-आम क्लब फिर से रौनक लौटाने को तैयार।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ का ऐतिहासिक रिफाह-ए-आम क्लब.
जो कभी ब्रिटिश भेदभाव के खिलाफ राष्ट्रवादी प्रतिक्रिया के रूप रूप में स्थापित किया गया था, अब सालों की उपेक्षा और अवैध अतिक्रमणों के बाद नवीनीकरण के लिए तैयार है। इस पहल से क्लब को अपनी खोई हुई गरिमा और ऐतिहासिक महत्व को फिर से हासिल करने में मदद मिलेगी।
यह क्लब 20वीं सदी की शुरुआत में भारतीय बुद्धिजीवियों और राष्ट्रवादियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र था, जहाँ वे सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करते थे और राष्ट्रीय आंदोलन को बढ़ावा देते थे। हालांकि, समय के साथ यह अपनी चमक खोता गया और अवैध कब्जों तथा रखरखाव की कमी के कारण इसकी इमारत जर्जर हो गई थी। स्थानीय लोगों और इतिहास प्रेमियों द्वारा क्लब के जीर्णोद्धार की लंबे समय से मांग की जा रही थी।
अब प्रशासन और संबंधित अधिकारियों ने क्लब को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया है। नवीनीकरण योजना में इमारत की मूल वास्तुकला को बहाल करना, आधुनिक सुविधाओं को जोड़ना और इसे सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित करना शामिल है। उम्मीद है कि यह परियोजना न केवल क्लब को उसका गौरव वापस दिलाएगी, बल्कि लखनऊ की ऐतिहासिक विरासत को भी संरक्षित करेगी।



