मैसूरु की सार्वजनिक बसों में ‘ध्वनि स्पंदन’ डिवाइस स्थापित.
दृष्टिहीन लोगों को मिलेगी यात्रा में आसानी.
मैसूरु, कर्नाटक: मैसूरु शहर की सार्वजनिक बसों में एक नई और अभिनव पहल की गई है, जिससे दृष्टिहीन लोगों को बस में यात्रा करने में काफी आसानी होगी। इन बसों में ‘वॉइस पल्स डिवाइस’ स्थापित किए गए हैं, जो दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए एक वरदान साबित होंगे। यह कदम मैसूरु को एक समावेशी शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
इस ‘ध्वनि स्पंदन’ (Dhwani Spandan) डिवाइस को आईआईटी दिल्ली के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। यह उपकरण विशेष रूप से दृष्टिहीन व्यक्तियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, जो उन्हें बस के आगमन, गंतव्य और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में आवाज के माध्यम से सूचित करता है। इस परियोजना के लिए आवश्यक धनराशि एक जर्मन गैर-सरकारी संगठन (NGO) द्वारा प्रदान की गई है, जो इस तरह के सामाजिक नवाचारों का समर्थन करता है। इस सहयोग से यह तकनीक मैसूरु की बसों में स्थापित की जा सकी है।
यह डिवाइस न केवल दृष्टिहीन यात्रियों को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा। इससे वे बिना किसी की मदद के आत्मविश्वास से यात्रा कर सकेंगे। उम्मीद है कि यह पहल देश के अन्य शहरों में भी अपनाई जाएगी, जिससे पूरे भारत में दृष्टिबाधित लोगों के लिए सार्वजनिक परिवहन अधिक सुलभ और सुविधाजनक बन सकेगा।



