रांची में सीसीएल मुख्यालय आज श्रद्धा और गौरव के रंगों से रंगा रहा। जनजातीय गौरव वर्ष पर कर्मचारियों ने बिरसा मुंडा को याद करते हुए कार्यक्रम शुरू किया। सभी ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सीएमडी निलेंदु कुमार सिंह और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभा में आदिवासी समाज के कई प्रतिनिधि भी शामिल हुए। वक्ताओं ने उनके योगदान को अमूल्य बताया। पूरा परिसर जय जय बिरसा मुंडा के नारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य और गीतों ने सभी का मन मोह लिया। सभी वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा की सोच आज भी जीवंत है। उनके जल-जंगल-जमीन का संदेश आज भी प्रेरणा देता है। प्रतिभागियों ने उनके संघर्ष को समाज की शक्ति बताया। अधिकारियों ने उनके आदर्शों को संगठन की संस्कृति में शामिल करने की बात कही। युवा कर्मचारियों ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया। कई ने कहा कि उनकी जयंती सामाजिक एकता का प्रतीक है। समारोह में अनेक सांस्कृतिक झलकियां दिखाई गईं।
अंत में सभी ने मिलकर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। सीसीएल प्रबंधन ने जनजातीय समाज के लिए नई योजनाओं की घोषणा की। कार्यक्रम शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण तरीके से समाप्त हुआ। परिसर में पूरे समय उत्साह बना रहा। लोग देर तक प्रतिमा के पास जाकर श्रद्धांजलि देते रहे। आयोजन समिति ने सभी को धन्यवाद दिया। यह आयोजन जनजातीय गौरव वर्ष की यादगार शुरुआत बन गया।



