झारखंड की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण होंगे यह तीन तारीखें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सत्ताधारी दलों के लिए आने वाले कुछ दिन काफ़ी महत्वपूर्ण हैं. एक तरफ शेल कंपनी और माइनिंग लीज से जुड़े हेमंत सोरेन के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. तो दूसरी तरफ खनन पट्टा से जुड़े मामले में निर्वाचन आयोग के समक्ष मुख्यमंत्री का पक्ष रखा जाना है.वहीं इन सब के बीच झारखंड की दो सीटों के लिए राजयसभा चुनाव भी होना है. जिसके रिजल्ट का असर भी झारखण्ड की राजनीति पर पड़ेगा. हम आपकों उन तीन तारीखों के बारे में बता रहे हैं जो सीएम, सरकार और गठबंधन दलों के लिए काफ़ी अहम तारीखें हो सकती हैं.
17 मई – मुख्यमंत्री से जुड़े खनन पट्टा मामले में हाईकोर्ट की डबल बेंच में इसी दिन सुनवाई होना तय हुआ है. 17 मई को ही शेल कंपनी से जुड़े मामले में भी झारखंड हाईकोर्ट की डबल बेंच सुनवाई करेगा. सुनवाई के बाद हाईकोर्ट का क्या रुख होगा, इसपर सबकी नज़रे टिकी हुई हैं.
20 मई– इस दिन इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया में खनन पट्टा से जुड़े मामले में सीएम को जवाब देना है. इससे पहले आयोग ने 10 मई की तिथि निर्धारित की थी. लेकिन मुख्यमंत्री ने मां का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण आयोग से यह कह कर दस दिनों का समय दिये जाने का आग्रह किया था.
10जून– इस दिन झारखंड की दो सीटों पर राजयसभा चुनाव होने हैं. सत्ता धारी गठबंधन की यह कोशिश रहेगी कि दोनों ही सीटों पर उनके उम्मीदवार जीतें, लेकिन दूसरी तरफ राज्य में विपक्ष की भूमिका निभा रहा बीजेपी इस कोशिश में है कि वह झारखंड की एक राज्यसभा सीट उनके खाते में आ जाये. इसके लिए बीजेपी के नेता पूरी फील्डिंग भी कर रहे हैं.
इन तीनों तारीखों को अलग-अलग जगहों पर अलग अलग निष्कर्ष निकलने हैं, लेकिन उन सभी निष्कार्षों का असर झारखंड की राजनीति पर पड़ेगा. इन तीन तारीखों का रिजल्ट झारखंड के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण होगा.
Source- Abp News



