‘इतनी रात कौन सी कोचिंग चलती है…’, पहले ही एटेम्प्ट में UPPCS क्रैक करके बंद कर दी बोलती!
शशिकला वर्मा (Shashikala Verma) उत्तर प्रदेश सरकार में अफसर है। उन्होंने पहले ही प्रयास में UPPCS क्वालिफाई कर लिया था। कभी उनके कॉन्फिडेंस का यह हाल था कि वह लोगों के सामने बोलने में भी थरथराने लगती थीं। अपने परिवार वालों तक से बात करने में उन्हें झिझक महसूस होती थी। उनके पिता सेना में थे। बेटी की इस कमी को उन्होंने पहचान लिया था। फिर उन्होंने शशि को ऐसे ट्रैक पर डाला कि बेटी इंटरव्यू बोर्ड के मेंबरों को भी चौंकाकर आई। हालांकि, जब शशि ने सिविल सर्विस एग्जाम की ओर कदम बढ़ाए तो न सिर्फ उन्हें बल्कि घर वालों को भी खूब ताने सुनने को मिले। कुछ ने कहा कि इतनी रात कौन सी कोचिंग चलती है, तो कई ने घर वालों को सुनाकर कहा कि बेटी की कमाई खानी है क्या। हालांकि, शशि ने इन बातों से अपने फोकस को शिफ्ट नहीं होने दिया। वह अपने रास्ते बढ़ती गईं। पहले ही प्रयास में यूपीपीसीएस क्रैक करके उन्होंने सबकी बोलती बंद करा दी।
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शशि बलिया जिले के असनवार गांव से आती हैं। वह ट्रेजरी ऑफिसर (फाइनेंस एंड अकाउंट्स, यूपी गवर्नमेंट) हैं। उनके दादा किसान थे। पिता सेना में थे। पिता की अलग-अलग जगह पोस्टिंग होने के कारण शशि ने कई स्कूल बदले। आर्मी स्कूल में उनकी पढ़ाई-लिखाई हुई। वह पढ़ने-लिखने में अच्छी थीं। लेकिन, बोलने में झिझकती बहुत थीं। टीचर्स से पिता को इस बारे में पता चला। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया। इसके बाद उन्होंने शशि को एनसीसी ज्वाइन करा दी। एनसीसी में उन्हें लीडरशिप क्वालिटी और कैरेक्टर बिल्डिंग जैसे पहलुओं में तो फायदा हुआ। लेकिन, सही से बोलने में उनकी तकलीफ बनी रही। उनके अंदर बहुत ज्यादा झिझक थी। यह इस किस कदर थी कि एनसीसी में उनसे एक बार ‘परेड सावधान’ बोलने के लिए कहा गया तो वह यह तक नहीं बोल सकी थीं। घबराकर वह एनसीसी छोड़ने की जिद करने लगी थीं।




