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इमरान गए जेल और चुनाव की तैयारियों में जुटे शहबाज, पीटीआई चीफ की गिरफ्तारी है नवाज शरीफ का ‘मास्टरप्लान’?

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान खान की गिरफ्तारी और सजा की टाइमिंग ने कई लोगों के मन में सवाल खड़े कर दिए हैं। इमरान खान को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया और पाकिस्तान की एक अदालत ने उन्हें तोशाखाना मामले में तीन साल जेल की सजा सुना दी। इतना ही नहीं, इस्लामाबाद के जिला एवं सत्र न्यायालय ने इमरान को अयोग्य घोषित कर दिया जिसका मतलब है कि वह आगामी चुनावों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे जो अगले तीन महीनों में होने वाले हैं।

इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कार्यावहक सरकार के सत्ता की बागडोर संभालने की तारीख की घोषणा की है। कार्यवाहक सरकार के सत्ता में आने के 90 दिन बाद चुनाव होंगे। शरीफ ने अपने बड़े भाई और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को संभावित उम्मीदवारों के नाम के साथ एक सूची भी भेजी है। कुछ हफ्तों पहले नवाज शरीफ इटली में थे। उसी समय पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी पेरिस में थे। कहा जा रहा है कि स्विट्जरलैंड में दोनों के बीच मीटिंग हुई है।

जल्दी चुनाव कराने के लिए हुई गिरफ्तारी?

सवाल उठ रहे हैं कि क्या इमरान खान को 60 दिनों के भीतर चुनाव कराने के लिए गिरफ्तार किया गया है। मामले के जानकार लोगों ने बताया कि इमरान की गिरफ्तारी का फैसला शनिवार के सत्र के दौरान सुनाया गया था और ऑर्डर लिखे जाने से पहले ही इमरान को गिरफ्तार कर लिया गया। इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को इमरान को अस्थायी राहत दी थी लेकिन शनिवार को निचली अदालत की ओर से फैसला सुनाए जाने के 15 मिनट के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया ।

IHC ने दिए दोबारा जांच के आदेश

इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक ने शुक्रवार को इलेक्शन कमीशन की ओर से शिकायत दर्ज करने में ‘क्षेत्राधिकार और किसी भी प्रक्रियात्मक चूक’ की फिर से जांच करने के निर्देश के साथ मामले को सत्र अदालत में वापस भेज दिया था। इसके अगले दिन न्यायाधीश दिलावर ने शनिवार को तोशाखाना मामले में इमरान खान को भ्रष्ट आचरण का दोषी पाया और पीटीआई प्रमुख को तीन साल जेल की सजा सुना दी।

जेलों में बंद पीटीआई कार्यकर्ता

शहबाज शरीफ ने नई जनगणना और आगामी चुनावों की संभावित तारीख पर चर्चा के लिए शनिवार को काउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट की बैठक बुलाई। बैठक में चार प्रांतों के मुख्यमंत्री और संघीय मंत्री भाग लेंगे। पाकिस्तान में चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब पीटीआई के 10,000 से अधिक कार्यकर्ता 9 मई की हिंसा में अपनी कथित भूमिका के चलते देश भर की जेलों में बंद हैं।

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