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राष्ट्रपति बाइडेन बगल होटल में थे! 20 बैग में क्या लाए थे चीनी अधिकारी, ग्रुप की लीडर थी एक महिला

नई दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली आया चीन का डेलिगेशन ‘संदिग्ध उपकरण’ वाले कुल 20 बैग अपने कमरे में ले जाने पर अड़ा था। एक दिन पहले TOI ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि दिल्ली के ताज पैलेस होटल के छठवें फ्लोर पर चीनी दल और सुरक्षा अधिकारियों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। कई घंटे तक यह ड्रामा चला। चीनी बिना जांच के अपने बैग रखना चाहते थे। सूत्रों ने बताया है कि सुरक्षा कर्मियों से बहस कर रहे चीनी अफसरों में दो-तीन लोग दिल्ली दूतावास से थे। उनका नेतृत्व एक महिला कर रही थी। उसने भारतीय टीम के बैगों की जांच कराने के आग्रह का विरोध किया। इसके बाद विवाद बढ़ता गया और मामला 12 घंटे के बाद जाकर सुलझ सका।बैग काफी अजीब तरह के थे। यही वजह थी कि होटल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों का ध्यान उसकी तरफ गया। एक सूत्र ने कहा, ‘बैगों की लंबाई और चौड़ाई करीब 1×1 मीटर थी। यह 10 इंच मोटा दिख रहा था।’ एक सूत्र ने कहा कि वियना कन्वेंशन के तहत तय प्रोटोकॉल के कारण विमान से उतारने के बाद उनकी जांच नहीं की गई थी।

भारतीय एजेंसियों ने उस होटल के कमरे के बाहर तीन लोगों को तैनात किया,

जिसमें वे बैग रखे गए थे। उन जवानों को हर घंटे रोटेट किया जाता था और ऐसा 12 घंटे तक चला। इसके बाद चीनी ये बैग अपने दूतावास में भेजने पर सहमत हुए। दरअसल, उनसे कहा गया था कि वे बैग की जांच करा लें या फिर इसे एंबेसी में भेज दें। (नीचे गूगल मैप देखिए ताज होटल से ITC मौर्य कितना नजदीक है)

बैगों को ले जा रहे वाहन के साथ एक विशेष एस्कॉर्ट टीम भी भेजी गई थी जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि बैगों को एंबेसी में शिफ्ट किया जा चुका है।

सुरक्षा प्रतिष्ठान ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि दूतावास में बैग भेजने के बाद गतिरोध खत्म हो गया। हालांकि सूत्रों की मानें तो उन संदिग्ध उपकरणों की पहचान के प्रयास अब भी किए जा रहे हैं। खुफिया अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या वे ‘ऑफ-द-एयर’ प्रकार के सर्विलांस और जाम करने वाले उपकरण थे। एक चीनी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी को निगरानी के लिए SIG-INT (सिग्नल-इंटेलिजेंस) जानकारी जुटाने वाले उपकरणों की सप्लाई करने के लिए जाना जाता है।

सड़क के उस पार होटल में थे बाइडेन
इस मामले पर चीनी पक्ष की ओर से कोई बयान नहीं आया है। सूत्रों ने कहा कि चीनियों के अड़ने से टेंशन इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि ब्राजील के राष्ट्रपति उसी होटल में थे और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित कुछ दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष पास के आईटीसी मौर्य में रह रहे थे। एक सूत्र ने कहा, ‘हम उन्हें होटल में उपकरण रखने की अनुमति दे देते, अगर हम पूरी तरह से संतुष्ट हो जाते कि वे वास्तव में क्या और किसलिए थे।’

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था। उनकी जगह प्रधानमंत्री ली कियांग दिल्ली आए थे। उनके आगमन की घोषणा अंतिम समय में की गई थी। चीन के नेताओं का दल विशेष विमान से नहीं बल्कि एक चार्टर्ड प्लेन से आया था। इससे भारतीय एजेंसियों को काफी आश्चर्य भी हुआ।

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