प्लेन में पायलट को भी पीट दिया… हवाई सफर में ये कैसे यात्री हैं!
एक खतरनाक ट्रेंड की शुरुआत होते दिख रही है। यह हमारे सड़कछाप व्यवहार से जुड़ा है। इससे कुछ भी छूट नहीं रहा। न गलियां, पार्क और मुहल्ले। न बस, मेट्रो और ट्रेनें। लोग कहीं भी अपना गुस्सा और चिड़चिड़ाहट निकाल रहे हैं। अब यह हवाई जहाज तक पहुंच गया है। इंडिगो की फ्लाइट में को-पायलट की पिटाई उसी की बानगी है। यह पहला मौका नहीं है जब यात्री ने पालयट या कैबिन क्रू के सदस्यों से बदसलूकी की है। पहले भी फ्लाइट में यात्रियों की ऐसी बदमिजाजी देखी गई है। कभी सह-यात्री पर पेशाब कर देना तो कभी फ्लाइट अटेंडेंट के साथ बदतमीजी तो कभी फ्लाइट में चलते हुए फसाद। यह आए दिन की बात हो गई है। एक तरफ हम राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के जरिये भगवान राम के आदर्शों पर चलने की बात करते हैं। दूसरी तरफ इतना आक्रामक और क्रूर व्यवहार शर्मसार कर देता है। इंडिगो की फ्लाइट में पायलट की पिटाई के मामले को अलग रखकर नहीं देखना चाहिए। यह सोच से जुड़ा मसला है। लोग ऐसा इसलिए कर जाते हैं क्योंकि उन्हें सजा का डर नहीं रह गया है। उन्हें किसी पर हाथ छोड़ने या अपमानित करने पर फर्क नहीं पड़ रहा है।
ये कैसे सभ्य?
हवाई जहाज में सफर करना आज भी कई भारतीयों का सपना होता है। माना यह जाता है कि इसमें सभ्य, पढ़े-लिखे, शालीन और संभ्रांत वर्ग के लोग सफर करते हैं। लेकिन, बीते कुछ समय में फ्लाइटों में लगातार हुई घटनाओं ने इस धारणा को चकनाचूर किया है। विमान में सहयात्री पर नशे की धुत हालात में पेशाब करने का मामला पुराना नहीं है। इसके बाद कई और घटनाओं ने हमारे जंगली व्यवहार को दिखाया है। अब इसमें इंडिगो के पायलट पर यात्री के हमले का अध्याय भी जुड़ गया है।



