उन्होंने युवाओं, खासकर एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस वॉलंटियर्स से इस चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लेने और इसे आगे बढ़ाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि चुनावी प्रक्रिया का बार-बार होना देश के शासन और विकास में बाधा उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद, काफी समय तक राज्य और केंद्र के चुनाव साथ में होते थे। लेकिन समय के साथ यह व्यवस्था टूट गई, जिससे देश को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा।”
मोदी ने कहा कि बार-बार होने वाले चुनावों के कारण देश में एक लगातार चुनावी चक्र बन गया है, जो शासन और नीतियों पर प्रभाव डालता है। उन्होंने सुझाव दिया कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने से इन व्यवधानों को कम किया जा सकता है और देश की प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर एक महत्वपूर्ण बहस हो रही है। इस विचार पर चर्चा से भविष्य के लिए एक ठोस दिशा मिल सकती है। यह चर्चा युवाओं के भविष्य से सीधे जुड़ी हुई है, इसलिए उन्हें इसमें हिस्सा लेना चाहिए।”
मोदी ने युवाओं को इस विषय पर जागरूकता फैलाने और अपने विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इसे भारत के लोकतांत्रिक और विकासशील दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण बताया।
कार्यक्रम के अंत में, प्रधानमंत्री ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को देश के लिए एक नई सोच और नई शुरुआत के रूप में परिभाषित किया।



