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मोटे अनाज के बने व्यंजन अब राजधानी एक्सप्रेस में भी, फिलहाल इस रूट के पैसेंजर्स को मिलेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मिलेट या मोटे अनाज को खूब इज्जत बख्शी है। उन्होंने इसका नाम ‘श्रीअन्न’ दिया है। तभी तो इस मोटे अनाज के व्यंजन बनाने में देशी-विदेशी सभी कंपनी सामने आ रही है। शुरू में आईटीसी (ITC) जैसी बड़ी कंपनी ने मिलेट की तरफ मजबूत कदम बढ़ाया था। नेस्ले (Nestle) जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनी ने भी इसे अपनाया। अब रेलवे अपने प्रतिष्ठित राजधानी एक्सप्रेस में मिलेट्स से बने व्यंजन परोसने की शुरुआत की है। इसके लिए सरकारी कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (IRCTC) ने गोदरेज टायसन फूड्स लिमिटेड (GTFL) से हाथ मिलाया है। अब चुनिंदा राजधानी एक्सप्रेस के पैसेंजर्स को मिलेट्स से बने जायकेदार व्यंजन का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा।

क्या हुआ है नया

साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स के रूप में मनाया जा रहा है। ऐसे में आईआरसीटीसी ने गोदरेज टायसन फूड्स लिमिटेड (जीटीएफएल) से हाथ मिलाया है। अब जीटीएफएल के प्रमुख फ्रोज़न रेडी-टू-कुक प्रोडक्ट्स ब्रांड गोदरेज यमीज़ (Godrej Yummiez) के मिलटे पैटीज का लुत्फ राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express) के पैसेंजर्स उठाएंगे। इस व्यंजन को परोसने की शुरुआत हो चुकी है। फिलहाल मुंबई-दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस और अगस्त क्रांति एक्सप्रेस (August Kranti) ट्रेनों में परोसा जा रहा है।

क्या है मिलेट पैटीज

राजधानी एक्सप्रेस की आपने यदि यात्रा की है तो आप इसे आसानी से समझेंगे। मान लिया जाए कि आप शाम में नई दिल्ली से निकलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में सफर कर रहे हैं। जैसे ही ट्रेन नई दिल्ली से निकलती है, आपको तुरंत शाम की चाय और नाश्ता पेश किया जाता है। इसमें स्नैक्स भी होते हैं। आमतौर पर इसमें समोसा या कचौड़ी होता है जो कि मैदे का बना होता है। अब इसके स्थान पर मिलेट से बने पैटीज परोसा जा रहा है। गोदरेज यमीज़ का कहना है कि इस पैटी को स्नैक के विकल्प के रूप में बनाया गया है। इस स्नैक को बनाने में इंडिविजुअल क्विक फ्रीज़ (IQF) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है ताकि बिना किसी प्रिजरवेटिव के भी इसे ताजा रखा जा सके। कंपनी का कहना है कि भरपूर मात्रा में फाइबर और विटामिन से युक्‍त, स्वादिष्ट हर्ब्स तथा मसालों के मिश्रण वाले ये मिलेट पैटीज निश्चित तौर पर स्नैनिंग को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करते हैं।

मिलेट्स की बढ़ेगी स्वीकार्यता

गोदरेज टायसन फूड्स लिमिटेड के सीईओ अभय पारनेकर का कहना है कि अभी तक मोटे अनाज की स्वीकार्यता इसलिए कम थी कि इसे स्वादिष्ट ढंग से नहीं बनाया जाता था। दरअसल, मिलेट्स की प्रोसेसिंग कुछ ऐसी दुरुह होती है कि हर कोई इससे मजेदार व्यंजन नहीं बना सकता। गोदरेज ने इस दिशा में काफी काम किया है और अब इसके जायकेदार व्यंजनों को रेडी-टू-कुक और रेडी-टू-इट सेगमेंट में उतारे जा रहे हैं। इस समय जो आईआरसीटीसी के समझौता हुआ है, उसके तहत पैसेंजर्स को मिलेट का पैटी परोसा जाएगा। फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे मुंबई राजधानी और अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में परोसा जा रहा है।

पौष्टिक है यह स्नैक

शेफ वरुण ईनामदार का कहना है कि मिलेट्स को हमेशा से ही मिश्रित अनाज के रूप में देखा जाता रहा है, लेकिन अब यह बदल रहा है। भले ही मिलेट्स को नजरअंदाज किया गया हो, लेकिन ये पौष्टिक तथा विविधताओं से भरपूर अनाज होते हैं, जिन्हें सबको खाना चाहिए। मिलेट्स, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और जिंक के बहुत अच्छे स्रोत होते हैं। पहले लोगों को मिलेट्स बनाना ज्यादा मुश्किल काम लगता होगा, लेकिन अब इस सुपर-अनाज को खाना और पकाना बहुत आसान हो गया है। मिलेट से बने दलिया से लेकर, मिलेट सलाद और बेक की गई चीजों तक, अब मिलेट का लुत्फ उठाने के कई तरीके हैं, जो स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर हैं। लोग गोदरेज यमीज़ मिलेट पैटी के साथ पैटीज के रूप में इसका आनंद ले सकते हैं। यह मिलेट लेने के आपके रोजाना डोज का बहुत ही अच्छा तरीका है। सबसे अच्छी बात है कि यह आसान, सस्ता तथा स्टोर करने में सुविधाजनक भी है।

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