केरल के अतिरेक झरने (Athirappilly) क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है।
बीते 48 घंटों में हाथियों के हमले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
सोमवार को दो लोगों की जान गई, जबकि रविवार को एक व्यक्ति की मौत हुई थी।
सभी मृतक जंगल में शहद इकट्ठा करने के लिए गए थे।
हाथियों ने अचानक हमला किया, जिससे लोग बच नहीं पाए।
वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया।
मृतकों की पहचान स्थानीय ग्रामीणों के रूप में हुई है।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों ने जंगल में सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग पहले से अलर्ट जारी कर सकता था।
हाथियों का रिहायशी इलाकों में प्रवेश अब आम बात हो गई है।
अधिकारियों ने इलाके में निगरानी बढ़ाने की बात कही है।
जंगल में शहद या लकड़ी लेने जाने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
राज्य सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
वन अधिकारियों ने कैमरे और ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है।
विशेषज्ञों की एक टीम को हाथियों की गतिविधियों का अध्ययन करने के लिए लगाया गया है।
यह घटना मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीरता को दर्शाती है।
जानकारों का कहना है कि हाथियों के प्राकृतिक आवास में दखल बढ़ने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
लोगों को जंगल में अनावश्यक प्रवेश से बचने की अपील की गई है।


