ISIS या इजरायल… ईरान में बम धमाकों के पीछे किसका हाथ, मध्य-पूर्व पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
बुधवार को ईरान के करमान शहर मे दो बम विस्फोट हुए। इनमें कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई। इन धमाकों का निशाना वे लोग बने जो ईरान के वरिष्ठ जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी मनाने के लिए उनके कब्र के पास इकट्ठा हुए थे। यह पिछले 50 साल में ईरान में हुए हमलों में सबसे भीषण था। भारत ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि ईरान के करमान शहर में हुए भयानक बम विस्फोट से हम स्तब्ध और दुखी हैं। इस कठिन समय में, हम ईरान की सरकार और लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों और घायलों के साथ हैं।
ईरान ने इजरायल को ठहराया जिम्मेदार
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने इन विस्फोटों क लिए इजरायल को जिम्मेदार ठबराया। उन्होंने तेहरान से एक टीवी भाषण में कहा, “मैं ज़ायोनी शासन को चेतावनी देता हूं, इसमें संदेह न करें कि आपको इस अपराध और आपके द्वारा किए गए अपराधों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” उन्होंने कहा कि इजरायल की सजा अफसोसजनक और गंभीर होगी। ईरान ने विस्फोट के चंद मिनटों के अंदर ही इसे आतंकी हमला घोषित कर दिया था।
मध्य पूर्व में पहले से ही जारी है युद्ध
मध्य पूर्व कुछ महीनों से उबाल पर है। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले और इसके कारण गाजा पट्टी पर इजरायली सेना के हमले ने पूरे इलाके की शांति को खत्म कर दिया है। इजरायली हमले में गाजा पट्टी में अब तक 22000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। उधर, गाजा के समर्थन में यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में कोहराम मचाया हुआ है। वे लाल सागर से गुजरने वाले हर उस जहाज को निशाना बना रहे हैं, जिनका संबंध इजरायल या यूरोपीय देशों से है। ऐसे में जानें बुधवार को ईरान में वास्तव में क्या हुआ और इसका पूरे क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा? हम समझाते हैं.
ईरान के करमान में क्या हुआ
ईरान के करमान शहर में जनरल कासिम सुलेमानी की कब्र के पास पहला विस्फोट दोपहर करीब 3 बजे हुआ। करमान ईरान की राजधानी तेहरान से 820 किमी दूर स्थित है। विस्फोट के पास जैसे ही लोगों ने भागने की कोशिस की, 20 मिनट बाद साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास एक और बम विस्फोट हुआ। ईरानी सरकार ने कहा कि पहले विस्फोट से मची अफरा-तफरी के बीच ज्यादातर पीड़ित दूसरे बम विस्फोट में मारे गए। ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि दो बैगों में बम रखे हुए थे, ऐसा लगता है कि रिमोट कंट्रोल से विस्फोट किया गया था।



