कंपनी ने इस फीचर को मार्च 2024 में बीटा टेस्ट के रूप में पेश किया था, लेकिन अब यह ज्यादातर क्षेत्रों के यूजर्स के लिए उपलब्ध होने जा रहा है। हालांकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत, यूके, स्विट्जरलैंड और यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र (EEA) को इस अपडेट से बाहर रखा गया है। जेमिनी इंटीग्रेशन यूजर्स को मैसेजेस ऐप के अंदर ही एआई मॉडल की बातचीत और जेनरेटिव क्षमताओं का लाभ उठाने की अनुमति देगा।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह एआई फीचर अब ज्यादातर क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। एक बार उपलब्ध हो जाने पर, यूजर्स कथित रूप से Google ऐप एक्सटेंशन का उपयोग करके AI से जुड़ सकेंगे। 9to5Google की रिपोर्ट के अनुसार, जेमिनी वेब क्लाइंट के सभी एक्सटेंशन Google मैसेजेस में जेमिनी के लिए भी उपलब्ध हैं, सिवाय हाल ही में पेश किए गए यूट्यूब म्यूजिक एक्सटेंशन के। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जहां यह फीचर दुनिया भर में उपलब्ध होगा, वहीं इसे भारत, यूके, स्विट्जरलैंड और ईईए क्षेत्र (27 यूरोपीय संघ देशों के साथ-साथ आइसलैंड, लिकटेंस्टीन और नॉर्वे सहित) में रोलआउट नहीं किया जा रहा है।


