यह खुलासा राज्य के पुलिस विभाग द्वारा किया गया है।
क्या था भरतपुर घटना?
भरतपुर में हुई घटना में एक सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर मारपीट की गई थी। इस घटना के बाद राज्य में काफी हंगामा हुआ था और पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे।
सीसीटीवी की कमी क्यों है एक बड़ी समस्या?
पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे होने से कई फायदे होते हैं। इससे अपराधों की जांच में मदद मिलती है, पुलिसकर्मियों के आचरण पर नजर रखी जा सकती है और शिकायतों की जांच में पारदर्शिता आती है। लेकिन ओडिशा के 52 पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से इन सभी चीजों पर असर पड़ा है।
क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
इस घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए हैं। पुलिस विभाग ने इस संबंध में काम शुरू कर दिया है और जल्द ही सभी पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे।
निष्कर्ष:
ओडिशा में 52 पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने की घटना से यह साफ हो जाता है कि राज्य के कई पुलिस स्टेशनों में अभी भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से उम्मीद है कि जल्द ही इस स्थिति में सुधार होगा।



