देहरादून हेरिटेज फेयर: तुर्की की मिठाई बकलावा और मधुबनी पेंटिंग्स ने मचाया धूम.
देहरादून में आयोजित हेरिटेज फेयर में तुर्की की पारंपरिक मिठाई बकलावा और भारतीय कला का प्रतीक मधुबनी पेंटिंग्स ने लोगों का खूब ध्यान खींचा।
बकलावा, जो कि एक शाकाहारी मिठाई है, को मक्के के आटे, शहद, घी और सूखे मेवों से बनाया जाता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे बिना फ्रिज में रखे तीन महीने तक रखा जा सकता है। इसका स्वाद इतना लाजवाब है कि एक बार खाने पर लोग बार-बार इसका स्वाद लेने को मजबूर हो जाते हैं।
वहीं, मधुबनी पेंटिंग्स ने भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। इन पेंटिंग्स में भारतीय संस्कृति की झलक साफ देखने को मिलती है। इन पेंटिंग्स को बनाने में पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है और इनमें प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है।
इस फेयर में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कारीगरों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। लोगों ने इस फेयर में खूब शॉपिंग की और विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प और खाद्य पदार्थों को खरीदा।
यह फेयर कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
- सांस्कृतिक विरासत: यह फेयर भारतीय और विदेशी संस्कृतियों के बीच सेतु का काम करता है।
- हस्तशिल्प: यह फेयर हस्तशिल्प को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- पर्यटन: यह फेयर पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था: यह फेयर स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करता है।



